- डिजिटल ग्राम से पूरा होगा न्यू इंडिया का सपना
- प्रत्येक साल 500 नए गांवों को लेस कैश बनाया जाना चाहिए
नई दिल्ली: आदर्श ग्राम के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल ग्राम को खासा तवज्जो दे रहे है। गांवों में इंटरनेट की सुविधा बढ़ाने के लिए सरकार व्यापक तैयारी कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि न्यू इंडिया का सपना ‘डिजिटल ग्राम’ जरूरी है। उन्होंने कहा कि हर साल कम से कम 500 गांवों को ‘लेस कैश’ बनाकर डिजिटल गांव बनाने का सपना पूरा करना है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को हकिकत में बदला जा सकेगा। उन्होंने पुणे स्थित भारतीय एग्रो इंडस्ट्रीज फाउंडेशन के स्वर्ण जयंती समारोह और स्थापना दिवस समारोह को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए अपनी बात रख रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि प्रत्येक साल कम से कम 500 गांवों को ‘लेस कैश’(नकदी का कम इस्तेमाल वाला) बनाया जाना चाहिए। डिजिटल गांवों की अवधारणा और सरकार द्वारा गांवो को डिजिटल बनाने के प्रयासों को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार सभी पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ रही है। लेकिन ग्रामीणों को इस तकनीक का इस्तेमाल करने में सक्षम बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े सारे खर्च डिजिटल तरीके से किए जा सकते हैं। ‘आज हमारे गांवों पर गर्व करने की जरुरत है। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि गांवों में सालाना आयोजन होने चाहिए जिनमें शहरी इलाकों में जाकर बस गए लोग भाग ले सकते हैं और अपनी जड़ों से फिर से जुड़ सकते हैं।
उन्होने पशुधन क्षेत्र के विकास और महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण देने का महत्व को भी रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए जो इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। साथ ही कहा कि इससे किसानों का सशक्तिकरण सुनिश्चित हो सकेगा। किसानों का विकास देश के संतुलित विकास के लिए यह जरूरी है। देश के अन्नदाताओं को चिंताओं से मुक्त करना चाहिए। ‘मोदी ने कहा, सशक्त किसान के बिना न्यू इंडिया का सपना अधूरा रह जाएगा। ।